hindi poems

a Hindi poems written in hindi means hindi kavita.

bakhani feature image

#62 मैं चुप हूँ (Word Pyramid)

word pyramid poem in hindi मैं आज यहाँ से कहता हूँ अकसर ही चुप रहता हूं पर देख जमाना अब हक़ न जताना छोड़ मुझे मेरे हाल में अकेले है समय बिताना बीते पल संग जहाँ के याद वही करता हूँ कहीं लगे न दोष फ़ैलाने से रोष मैं आज यहाँ डरता हूँ चुप हूँ […]

#62 मैं चुप हूँ (Word Pyramid) Read More »

bakhani feature image

करो उद्धार (Word pyramid)

करो उद्धार ओ मेरे किशन कन्हाई रे जग में सब पाले अहंकार भूले प्रेम दुलार करो हे प्रभु उद्धार। हे राम जहाँ में हर ओर रावण आज मचाये उत्पात हो रावण संहार करो हे प्रभु उद्धार। हे भोले भंडारी नीलकंठ दुष्ट संहारी संकट है भरी अधर्म को संहार करो हे प्रभु उद्धार। हे शक्ति स्वरूपा

करो उद्धार (Word pyramid) Read More »

hindi poem on corona

#60 कोरोना से क्या सीखे हम ?

जब से जग में कोरोना महामारी आई, सारे जग में खूब तबाही मचाई, जन जन त्रस्त घरों में कैद, कोरोना वारियर्स लडने को मुस्तैद, हर हाल जन जन लड रहा है, रह दूर अपने नित्य जीवन से, अपने घरों में रह रहा है । सल्यूट कोरोना वारियर्स को, तज घर परिवार ड्यूटी अपनी कर रहे

#60 कोरोना से क्या सीखे हम ? Read More »

hindi poems naad

#59 नाद

प्रेयसी के कंगन, भौरों की गुंजन, कोयलों की कुंजन, खिला हुआ उपवन, हर्षित हुआ ये मन, नदियों की कल-कल, बच्चों की चहल-पहल, वृक्षों का फल, सुर-सरि का बहता हुआ, संगम का ये जल, पूछ रहा स्वर में आज…. क्या ये तेरा ही नाद है । भावों का स्पन्दन, बुद्धजीवियों का अवनमन, लघुता की निर्लज्ज पहल,

#59 नाद Read More »

Hindi Poem on corona palayan in india

#58 पलायन

पलायन आशियाना संभालनें, आशियाना छोंड कर निकले, फैली महामारी ऐसी कि, आशियाने की ओर निकले । जिस विज्ञान का गुरूथ था, मेहनत का शुरूर था, व्यवस्था हो गई ऐसी, कि सब नंगे पैर निकले । दो वक्त की रोटी व्यवस्थित, थे व्यवस्थित दिन कार्य, पर हालात ऐसे बन गए, कि अब भूखे पेट निकले ।

#58 पलायन Read More »