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Category: hindi poems

a Hindi poems written in hindi means hindi kavita.

#2-मन अशांत पक्षी का कलरव।

Mind मन अशांत पक्षी का कलरव।
पतझड़ फैला फूला शेमल,
हलचल फैली फुदक गिलहरी,

कोयल कूके गीत सुहाना,
देख अचंभित प्रकृति का रव ,

मन अशांत पक्षी का कलरव।

फूल सुशोभित भांति वृक्ष में,
मृदु सुगंध फैली चौतरफा,

खुले तले इस नील गगन के,
भ्रमर भटक पर पाए न रव,

मन अशांत पक्षी का कलरव।

जीत हार दिल की सब बातें,
चंचल मन बस भटके यूँ ही,

कभी भटक कर आसमान पर,
कभी स्थिर जैसे कोई शव,

मन अशांत पक्षी का कलरव।

विचलित मन बस खोज में भटके,
भटके खोजे शांति – संतुष्टि,

भटके तांडव शंकर खेलें,
मटके-अटके जैसे भैरव,

मन अशांत पक्षी का कलरव।

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(Hindi Poems on Man (Mind) Ashant Pakshi Ka Kalrav)

This hindi poem on man (Mind) as turbulent bird expresses the speed of mind in the world. Find hindi poem on mind.

Explanation of hindi poem on mind:-

This hindi kavita on man (Mind) expresses the thoughts about the turbulent mind. The turbulent mind is one getting the speed which can never controlled and measured. Mind is a word expressing the thoughts. Every weather every moment of life contains various natural events. The natural event like this increase the speed of mind and the way of thinking.

source:- http://bakhani.com/mypoems/un-calmed-bird/

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hindi poem on man

#hindi kavita on mind

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#1–मा

Maa मा बोले बेटे से :-


उठ बेटा दुनिया देख,
दुनिया देख रही तुझको,

मत जा ज्यादा दूर मा से,
ममता कह रही तुझको ।


बात-बात मे गुस्सा करके,
बेटा युं तेवर दिखलाये,

ममता से यू ओत-प्रोत मां,
ममता के जेवर पहनाये ।


चंद पंक्ती की तालीम पा कर,
बेटे माओ को ठुकाराये,

मा तो वह ही जो सबसे पहले,
उंगली थाम चलना सिखलाये ।


प्रथम पाठशाला की शिक्षा,
बेटे यू ही भूल जाये,

पर मा है वह एक जो,
कदम-कदम पर थमना सिखालये ।


याद करो बचपन ऐ बेटो,
मा के आन्चल मे छुप जाते,

करी शरारत या फिर गलती,
तोतली बानी मा को बतलाते ।


ममता की आन्चल से ढक कर,
मा यू  ही दुनिया से लड जाती,

दुनिय मे काले साये से बचने को,
जन्म से काला टीका लगाति ।


आज के बेटे दुनिय की चका- चौन्ध मे,
मा से यू हि लड जाते,

फिर थोडा सा झटका लगने से,
यू ठोकर खा कर गिर जाते ।


तब भी मा बेटे से यह ही कहती है :-


उठ बेटा दुनिय देख,
दुनिया देख रही तुझको,

मत जा ज्यादा दूर मा से,
ममता कह रही तुझको ।

 


#2 मन अशान्त पक्षी का कलरव–>>

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– A hindi poem on mother

– A hindi Kavita on Mother

Hindi Kavita on mother and son

Hindi poem on mother and son

This hindi poem on mother shows love poems in hindi and motherhood for her child all and every time. A mother is in heart always. So Read bellow the hindi poem on mother expressing the thoughts about her son.

 

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