#15-हमारी आश
राह से गुजरते हर राहगीर से हमनें आश लगाई है। जमाने के शिले नें हमें यूँ हि भटकता छोड दिया,…
BAKHANI दिल की आवाज और कलम
BAKHANI दिल की आवाज और कलम
राह से गुजरते हर राहगीर से हमनें आश लगाई है। जमाने के शिले नें हमें यूँ हि भटकता छोड दिया,…