Skip to content

#26-ऐ बेटी तू देश की

तुझमें सबको गर्व, फक्र से सर ऊंचा कर हम चलते हैं,
माँ की कोख से लेकर, बहन की राखी संग ले चलते हैं,
बीवी बन कर रख खयाल, तू देश को पीढी देती है,
हर रूप से हमको संभाल कर, तू न चिन्ता करती अपने वेश की,
ऐ बेटी तू देश की।

सीता से द्रोपती तक, मीरा से लक्ष्मी तक, हर रूप तूने……
Problem with content loading page will be updated soon by administrator

Total Page Visits: 1201 - Today Page Visits: 1
Published inhindi poems

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Get 30% off your first purchase

X