दुनिया में रहनें वालों ने,
मौत की सेज सजाई,
प्रतिदिन यह सेज सुन लो,
लेती है अंगड़ाई।
प्रति छण प्रति मानव,
करे मौत से लड़ाई,
दुनिया में रहनें वालों नें,
मौत की सेज सजाई।
एक तरफ इस सेज में सुनलो,
मानव करे आराम,
पर पल आता है ऐसा,
सब हो जाए हराम,
सभी जानते हैं इसे,
यह नहीं है गुमनाम,
विज्ञान नाम है इसका,
मानव दिमाग है लाई ,
दुनिया में रहनें वालों नें,
मौत की सेज सजाई।
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Bakhani, मेरे दिल की आवाज – मेरी कलम collection of Hindi Kavita
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Bakhani hindi kavita मेरे दिल की आवाज मेरी कलम
Explanation of Poem on science
This hindi kavita, explains the science as a helpful and also a harmful object to the word in the sense of use. Science in real life is used science awaking to sleeping and also after sleeping. In each and every moment of life, we all always depends on science for any movement. We take science as a cup of tea of coffee. Without science we do not think our life. We always dependent to the science.
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(Poem on Science: A Curse)
This is a Hindi poem on science a curse. विज्ञान एक अभिशाप पर हिन्दी कविता . How invention of science are working as curse for human.