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Category: hindi poems

a Hindi poems written in hindi means hindi kavita.

#52 हिन्दुस्तान

फतवे लगते हैं तो लगनें दो ।

मुझे गुरेज नहीं ठेकेदारों से,
नहीं परवाह मुझे कौम किरदारों से,
मैं हिन्दुत्व पर भी चाहे गर्व न करूं,
पर परहेज नहीं भारत जय के नारों से।

कुछ जन्म से कहते खुद को वासी,
कुछ कहते वासी खुद को इच्छा से,
मैं दिल से भारतवासी हूं,
दिल गूंजता है भारत के जयकारों से।

सीखा है आदर सम्मान की भाषा,
छोंड धर्म का चश्मा सब सींखेंगे है आशा,
निज हित निज स्वारथ और लालच,
बच के रहना दिल के इन गद्दारों से।

ऐ जमी तू जल मुझे चलनें से परहेज नहीं,
गर जलेगी दुनिया संग मुझे जलनें से परहेज नहीं,
आजादी को जाति धर्म की खूब लडी लडाई,
खूब सीख मिली है देश की सरकारों से।

बहन बेटी जब जलती मरतीं दरिंदे खुले आम घूमते हैं,
घर बैठे सारे प्रबुद्धजन देख के टीवी बस उफ करते हैं,
बेटी को शिक्षा दे दो चंगा बेटों को मत वंचित करो,
गर बेटा दरिंदा है तो चुनवा दो उन्हें दीवारों से ।

 

 

 


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हिंदी कविता का अमर उजाला काव्य में प्रकाशन

कविता अमर उजाला के काव्य सेक्शन में चयनित की गयी है।  जिसका लिंक  है https://www.amarujala.com/kavya/mere-alfaz/bakhani-hindi-hindustan “हिन्दुस्तान ” पर हिन्दी कविता

Hindi poem on hindustan

This poem on hindustan explains the thought about the current situation arises here in country INDIA. Hindustan is now on trouble. everyone. 

इस हिंदी कविता के माध्यम से मजहबी भेदभावों को परे रख देश को सर्वोच्च प्राथमिकता देनें की बात कहनें का एक प्रयास किया गया है ।

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#51 स्वागत (welcome) 2020

साल का दिन आखिरी था,
खयालों में खो के बिताया है,
जो साल भर संग हुआ,
सोंचा क्या खोया क्या पाया है।

अभी कुछ पलों के बाद,
ईशवी सन नया आयेगा,
दिन तीन सौ पैसठ,
इसी इंतजार में बिताया है।

नई सुबह जो आएगी,
साल नया ले आएगी,
बीत गया दो हजार उन्नीस,
दो हजार बीस अब आया है।

जो बीता है सुख भरा,
नया भी खुशियां ही लाएगा,
लड किस्तम की लकीरों से,
हर पल नया मुकाम पाया है ।

एक बार फिर नये के इन्तजार में,
दिन तीन सौ छाछठ बिताऊंगा,
हर दिन हर पल अब तक जैसे,
जीत मौज में बिताया है ।

 


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नये वर्ष 2020 का गर्मजोशी के स्वागत

इस हिन्दी कविता के माध्यम से नये साल का स्वागत बडी ही गर्मजोशी के साथ करनें का प्रयास किया गया है । पुराने वर्ष की यादों को संजोते हुए एवं वीते समय में मिले दुःखों को दर किनार करते हुए नए वर्ष में सुख की असीम अनुकम्पा के साथ आश रखे हुए स्वागत है ।


HAPPY NEW YEAR 2020

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Warm Weocome 2020

Hindi poem on New year 2020, it is a hindi poem expressing the thoughts about the passing year 2019 and new year 2020. A warm welcome to 2020

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#50 मोबाइल रेट

मिस काल का दौर,
एक बार फिर से आएगा,
मोबाइल बजेगा और,
फिर चुप हो जाएगा,
ताक कर फिर बैठेंगे रिसीब बटन,
मिस काल खाने वाले,
और बोलेंगे देखता हूँ,
“किसमें है दम जो मिसकाल लगाएगा ।”

काल रेट अब हुई मंहगी,
जेब पर आफत भारी होगी,
कई मोबाइल रखना अब,
जैसे बुलेट की सवारी होगी,
दो दो सिम वाले दो फोन का,
दौर अब हुआ पुराना,
वही सिंगल सिम सिंगल मोबाइल का,
पुराना दौर फिर आएगा ।

 


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Explanation of hindi kavita on mobile call rates during 2020

This is a hindi kavita on mobile call rates during 2019-2020. Hindi kavita explains the old age of mobile when the recharge was too costly and peoples used to make a miss call and wait for the returning calls. But after announcing the Reliance telecom network it become much cheap. After all Reliance Jio is just a blessing to the society. After the announcement of JIO every company make itslef with lower rate policy. Now as the policies of the telecom sectors are changing time to time according to TRI that old situation will come back.

Current Situation with poem on Mobile 2020

Poem mobile 2020 in hindi express the expression about the current situation of telicom comany and the current plans accroding to TRI in INDIA

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#49 ऐसा अपना हिन्दुस्तान

फन फैलाए खडा पाक है,
ड्रैगन लेवै ऊंची उडान,
बाहर भीतर से फैला डर,
फिर भी ऊंचा सर देखो शान,
पक्ष विपक्ष हाहाकार हरदम,
हर नेक काज के बुरे बखान,
मार पडे चाहे चोंट पडे,
न दिखे चिन्ता का कोई निशान,
प्रगति पथ पर काबिज है,
ऐसा अपना हिन्दुस्तान।

बापू चाचा आजाद गुरू,
सब मिल बनाया देश महान,
देश के जुुगाड से देखो,
नहीं रहा है विश्व अंजान,
हर बहकावे में आ जाए,
भोली भाली जनता नादान,
जिन्हे चुना है देश हितैषी,
वही दिखाते अल्प ज्ञान,
विश्व में दिखलाई महाशक्ति है,
ऐसा अपना हिन्दुस्तान।

जन सुख मन सुख वसुधैव कुटुम्बकम,
उद्येश्य देश का विश्व कल्यान,
कृषि अग्रणी व्यवसाय अग्रणी,
अग्रणी देश में ज्ञान विज्ञान,
रामानुजम भाभा भीमराव,
अब्दुल कलाम सरीखे हैं विद्वान,
यहां राम रहीम दीवाली ईद,
ईश परम क्रिसमस रमजान,
संग हस उत्साह मनाये,
ऐसा अपना हिन्दुस्तान।

 


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About Deshbhakti Poem on india in hindi

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#48 दीवाली

अरे ओ आई.टी. डेवलपर देश के !

कर दो डेवलप ऐप नया,
चौगुनी हो जाए खुशहाली,
बिना पटाखोंं बिना शोर के
प्रकृति सुरक्षित हो दीवाली।

सुप्रीमकोर्ट का फैसला है,
पटाखे शोर बहुत करते हैं,
प्रकृति प्रदूषण फैलाते हैंं,
लोग घायल होनें से नहीं डरते हैं,
प्रकृति बचाओ देश बचाओ,
बचाओ घर घर का पैसा,
त्योहार और परम्परा का भला,
सम्बन्ध इक दूजे का कैसा,

माटी के दिये बनाने को
कुम्भकार खनन करते हैंं,
मत जलाओ दिये तेल से,
सीओटू छोंडा करते हैं,
बन्द करो क्या परम्परा है,
देश माथ चढी है कंगाली.
बस मुख से बोलो हैप्पी दीवाली ।

मत इतने सब दिये जलाना,
ध्यान रहे भारत का न ताप बढाना,
गर्मी से कहीं दियों के भारत के,
कोई ग्लेशियर पिघल न जाए,
विश्व में प्रकृति विनाश का,
भारत माध्यम बन न जाए,
याद रखना हिन्द देश के वासी,
त्राहि त्राहि जल कूट मची है,
नद कूट खनन सब सीमान्त बची हैंं,
छोडोंं बातें संस्कृति परम्परा की,
बस फैलाओ चहुँओर खुशहाली,
मित्र सत्रु सब व्यंग से बोलो- हैप्पी दीवाली ।


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Poem on Diwali festival

आज दीवाली के अवसर पर मेरा सम्बोधन देश के आई टी प्रोफेशनल्स के लिये

Poem on Diwali in hindi the festival of lights. It is a satire hindi poem on Diwali or Dipawali expressing the mirror to the society …….

Poem on Diwali festival

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