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poem on hindustan
hindustan india bharat

#52 हिन्दुस्तान

फतवे लगते हैं तो लगनें दो । मुझे गुरेज नहीं ठेकेदारों से, नहीं परवाह मुझे कौम किरदारों से, मैं हिन्दुत्व पर भी चाहे गर्व न करूं, पर परहेज नहीं भारत…

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new year 2020
Happy New year 2020

#51 स्वागत (welcome) 2020

साल का दिन आखिरी था,खयालों में खो के बिताया है, जो साल भर संग हुआ, सोंचा क्या खोया क्या पाया है। अभी कुछ पलों के बाद, ईशवी सन नया आयेगा,…

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#49 ऐसा अपना हिन्दुस्तान

फन फैलाए खडा पाक है,ड्रैगन लेवै ऊंची उडान,बाहर भीतर से फैला डर,फिर भी ऊंचा सर देखो शान,पक्ष विपक्ष हाहाकार हरदम,हर नेक काज के बुरे बखान,मार पडे चाहे चोंट पडे,न दिखे…

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#48 दीवाली

अरे ओ आई.टी. डेवलपर देश के ! कर दो डेवलप ऐप नया, चौगुनी हो जाए खुशहाली, बिना पटाखोंं बिना शोर के प्रकृति सुरक्षित हो दीवाली। सुप्रीमकोर्ट का फैसला है, पटाखे…

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