#32-मंजिल क्या है
ऐ पवन ! ठहर जरा, बता तेरी मंजिल क्या है? क्या तू कभी सोंचता है, तेरे भाग्य लिखा क्या है? ऐ सूरज! तू ठहर जरा, क्यों बार-बार गुजरता है तेरी मंजिल कहां छुपी है क्या सच तुझको पता है क्यों जग रोशन करता है तू बता तेरी मंजिल क्या है ऐ भौंरे रुक जा यहीं […]