#47 कटी पतंग सी कहानी मेरी
कटी पतंग सी कहानी मेरी! न ठौर है न ठिकाना रुकने का, हवा के झोंके से इधर-उधर हो जाए, बीत…
BAKHANI दिल की आवाज और कलम
BAKHANI दिल की आवाज और कलम
कटी पतंग सी कहानी मेरी! न ठौर है न ठिकाना रुकने का, हवा के झोंके से इधर-उधर हो जाए, बीत…