Tag: hindi poems
#8-स्वार्थ
- Mar 07, 2017
घात लगाए बैठा है, इससे तू बच के रहना, हावी हो जाएगा तुझ पर, किसी धोखे में तू न रहना, सचेत किए देता हूँ अभी से, फिर किसी से न कहना, घात लगाए बैठा है, इससे तू बच के रहना। इससे तू बच के रहना, तुझ पर हावी हो जाएगा, दब जाेगा नीचे तू, कुछ […]
Read More#5-विज्ञान – एक अभिशाप
- Mar 07, 2017
दुनिया में रहनें वालों ने, मौत की सेज सजाई, प्रतिदिन यह सेज सुन लो, लेती है अंगड़ाई। प्रति छण प्रति मानव, करे मौत से लड़ाई, दुनिया में रहनें वालों नें, मौत की सेज सजाई। एक तरफ इस सेज में सुनलो, मानव करे आराम, पर पल आता है ऐसा, सब हो जाए हराम, सभी जानते हैं […]
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