#54 दिल्ली दंगा
काश्मीर से हटी क्या धारा तीन सौ सत्तर, भडकाकर लोगों को दिल्ली पर बरसा दिया पत्थर, जमाना बेबाक निष्ठुर ढंग…
BAKHANI दिल की आवाज और कलम
BAKHANI दिल की आवाज और कलम
काश्मीर से हटी क्या धारा तीन सौ सत्तर, भडकाकर लोगों को दिल्ली पर बरसा दिया पत्थर, जमाना बेबाक निष्ठुर ढंग…
बडी बडी बातें करनें वालों की बात आगर करता हूँ,तो गुस्सा आता है। देश का किसान हर पल झूल रहा…
गुण्डागर्दी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, मारना बस मारना है, खर्चा उनके बिल में है। वो पैसे देंगे…