poem on nature

#45-आओ चलें प्रकृति की ओर

आओ चलें प्रकृति की ओर।करें दोस्ती इस प्रकृति से, बनें सुदृढ और बनें निरोग,शील बन्द और प्लास्टिक बोतल, करना बंद करें प्रयोग,देह हमारी खुद ही सक्षम, लड लेगी उन रोगों से नित,औषधि रसायन खाद्य रसायन पेय रसायन से दूरी बन,प्रकृति सुहानी राह निहारे, बन सक्षम पकडें वह डोर,आओ चलें प्रकृति की ओर। प्रकृति हमारी राह […]

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