Month: February 2018
#27- फेसबुक से दूरी
- Feb 07, 2018
हमने तो फेसबुक से दूरी बना ली थी। अपने में ही एक महफिल सजा ली थी, पर दुनिया नें कहा ह्वाट्स ऐप और फेसबुक पर आओ, छोड कर हमें यू मझधार में चल दिये थे सब अलग, न आकर देखा कि दुनिया ने हमसे अपनी कस्ती फिरा ली थी, हमने तो फेसबुक से दूरी बना […]
Read More#26-ऐ बेटी तू देश की
- Feb 07, 2018
तुझमें सबको गर्व, फक्र से सर ऊंचा कर हम चलते हैं, माँ की कोख से लेकर, बहन की राखी संग ले चलते हैं, बीवी बन कर रख खयाल, तू देश को पीढी देती है, हर रूप से हमको संभाल कर, तू न चिन्ता करती अपने वेश की, ऐ बेटी तू देश की। सीता से द्रोपती […]
Read More#25-ARE WE INDEPENDENT?
- Feb 07, 2018
CONTENT MISSING UPLOAD PROCESS WILL BE COMPLETED SOON देश हुआ आजाद हुए अब हो गए हैं दिन इतने, जो सच पूछो दिल से बोलो आजाद रहे हम दिन कितने ……..
Read More#24-RET KE DARIYA
- Feb 07, 2018
मैंने रेत का दरिया मुठ्ठी बाँधी। जग में यूँ हि राह चलूं, विश्वास समय के साथ चलूं, पर समय का पहिया आगे काफी, न पाऊँ दिन रात चलूँ, मैं भूल बिसर कर चलता जाऊँ, सब कुछ खोऊँ कुछ न पाऊँ, अस्त व्यस्त कर दे जीवन, ऐसी चली ये आँधी, मैंने रेत का दरिया मुठ्ठी बाँधी। […]
Read More#23-बुंदेलखण्ड
- Feb 07, 2018
न देखी किसी ने दशा वो मेरी, बस हंसते रहे मुस्कुराते रहे, मेरी दशा को उथला दिखा, जग को धता बस दिखाते रहे, दिखता है जो क्या बस वो सच है, जो न दिखे वो भी तो सच है, सूखा पडा न जल की बूद है, अस्तित्व अपना अब खो रहा, मैं बुन्देलखण्ड हूँ रो […]
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